Thursday 25 June 2015

Computer Sikhte hue Chut Chud Gai

यह कहानी उन दिनों की है जब मैं बारहवीं के बाद अपने रिज़ल्ट्स का इंतज़ार कर रहा था। मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी जिसकी बहुत जल्द शादी होने वाली थी और उसका देवर एक NRI था।, जो सोशल साइट्स का इस्तेमाल किया करता था। तो उस लड़की ने मुझे कहा कि क्या मैं उसको सोशियल साइट का इस्तेमाल करना सिखा दूँगा।
यह बात मेरी मम्मी के सामने ही हुई थी तो मम्मी ने कहा- क्यूँ नहीं, ज़रूर सिखाएगा।
इसके बाद वो रोज दोपहर में मेरे घर आने लगी और मैं उसे सिखाता रहा।
उस लड़की नाम पूजा था और मुझसे 5 साल बड़ी थी।
एक दिन मम्मी किसी काम की वजह से बाहर गई हुई थी और छोटे भाई भी स्कूल गये हुए थे तो मैं घर पर अकेला था। हमेशा की तरह वो आई तो मैंने कहा- आज घर पर कोई नहीं है।
तो उसने कहा- कोई बात नहीं!
और ऐसा कह कर वो मेरे रूम की तरफ (जो की छत पर है) चल दी, मैं भी पीछे पीछे चल दिया।
आधे घंटे हम दोनों कंप्यूटर चलाते रहे, फिर अचानक उसके हाथ से एक PORN Link खुल गया, जिससे सामने नंगी तस्वीरें आ गई।
अब क्या था ना तो वो मुझसे नज़र मिला पा रही थी और ना मैं उससे !
मैंने जल्दी से उस लिंक को मिनिमाइज़ कर दिया।
अब मैंने वापस वो लिंक खोल कर बंद किया और सोशियल साइट चलाने लग गये. अब मैं धीरे धीरे उसके हाथ पर हाथ रख रहा था, उसने मेरा विरोध नहीं किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गई।
अब मैंने अपना हाथ उसके कंधे पर रख दिया, वो कंप्यूटर चला रही थी और थोड़ा मुस्कुरा रही थी, अब मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया।
अब क्या था… जैसा कि मैंने बहुत सी जगह पढ़ा था कि लड़की की गर्दन पर किस करने से जल्दी गर्म हो जाती है तो मैंने मौका देखते ही चौका मार दिया, अब वो आहें भर रही थी.. लेकिन अब तक वो मुझसे कुछ नहीं बोली, अब मैंने उसका मुँह अपने मुँह में ले लिया और किस करने लगा कि अचानक उसने मुझे दूर कर दिया और कहा- नहीं, यह ग़लत है, मेरी शादी होने वाली है।
तो मैंने कहा- तभी तो फिर बाद में तुम्हें दर्द कम होगा।
तो बोली- नहीं, ये सब ग़लत है।
मैंने कहा- एक बार!
तो उसने कहा- अगर किसी को मालूम पड़ गया तो क्या होगा?
मैंने समझाया कि घर में कोई नहीं है और हम दोनों कभी किसी से यह बात नहीं कहेंगे।
तो उसने कहा- मगर सिर्फ़ आज… और फिर भूल जाना इस बात को!
मैंने कहा- ठीक है।
तो वो वापस बैठ गई। मैंने अब उसके कपड़े उतरने शुरू कर दिए और उसने भी मेरी पैंट उतार दी, उसने मेरा सामान हाथ में लेकर कहा- यह तो बहुत लंबा है (8 इंच)
और उसने हाथ फेरना शुरू कर दिया।
मैंने कहा- मुँह में लेकर देख, अच्छा लगेगा।
तो उसने मना कर दिया- नहीं, गंदा होता है, नहीं लूँगी।
फिर मैंने मना ही लिया और उसने मेरे लण्ड को मुँह में ले लिया… मानो मुझे जन्नत ही मिल गई। अब मैं उसके चूचे दबा रहा था तो उसने कहा- मेरे नीचे के कपड़े भी उतार कर मेरी को भी मुँह में लो!
मैंने जल्दी से ऐसा ही किया, अब हम 69 में थे कि अचानक उसने कहा- अब रहा नहीं जाता, जल्दी से डाल दो..
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
मैंने कहा- इतनी क्या जल्दी है जान.. मैं तुम्हें आज सितारों की सैर कराऊँगा।
और मैं सीधा खड़ा हो गया, वो बेड पर लेटी थी, मैं वापस उसके बूब्स चूमने लगा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, उसके मुँह से आह… आहह उह हुह आहह… की आवाज़ सुनाई दे रही थी।
मैं उत्तेजित हो गया, उसने कहा- अब रहा नहीं जा रहा है, प्लीज़ जल्दी करो!
अब मैंने उसको सीधा लेटाया और अपना लंड डालने लगा मगर वो आसानी से नहीं गया, तो मैंने तेल लगा दिया अपने लंड पर और ज़ोर से धक्का दिया, वो चीख पड़ी।
मैंने उसका मुँह अपने हाथ से बंद किया मगर अभी तक मेरा पूरा लंड उसकी चूत में नहीं गया था, मैंने अब एक और धक्का दिया, अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत में जा चुका था और उसकी आँखों में आँसू थे।
अब मैंने धीरे धीरे अपना काम शुरू कर दिया। वो रो रही थी, मैंने उसके बूब्स पर अपना मुँह रख दिया और निप्पलस को काटने लग गया।
मैंने एक जोर की किस की, अब वो भी चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी। वो सात मिनट बाद झड़ चुकी थी मगर मैं अपना काम कर रहा था। करीब 12 मिनट बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने अपना लंड निकाल लिया, अब उसे कहा- इसे मुँह में लेकर पानी निकाल दे!
उसने ऐसा ही किया, मैंने अपना सारा पानी उसके मुँह में ही निकाल दिया और मैं उसके सीने पर लेट गया।
दस मिनट बाद जब होश आया तो देखा कि चादर खून से लाल हो चुकी थी तो वो घबरा गई।
मैंने कहा- कोई बात नहीं, चादर के बारे में कोई दिक्कत नहीं है। और जब पहली बार सेक्स करते हैं तो खून आ जाता है।
अब मैं और वो बहुत खुश थे, उसने कहा- आज मैं बहुत खुश हूँ!
और मुझे एक किस की और धीमे से मुस्कुराते हुए वो चली गई। उसके बाद हमने तीन बार और सेक्स किया..
दोस्तो, मुझे तो उसके बूब्स में बहुत मज़ा आया।
आपको कैसी लगी मेरी यह हक़ीकत? प्लीज़ मुझे ज़रूर बताना! Mera email address hai : sameer4fungurgaon@gmail.com

Bhabhi Ki Chacheri Behan Ki Chut

भाभी की चचेरी बहन की चूत

मेरा नाम विशाल है, मैं गांधीधाम कच्छ का रहने वाला हूँ, आज मैं आपको अपनी एक कहानी बताने जा रहा हूँ।

मेरे घर के पास ही मेरा भाई और भाभी रहते हैं। एक दिन मैं कॉलेज से लौटा तो देखा भय्या-भाभी के घर एक बहुत सुन्दर सेक्सी लड़की आई है तो जल्दी से मैंने बुक्स अपने घर रखी और पहुँच गया भाभी के घर, वहाँ भाभी भय्या और वो लड़की बैठी थी।

पता चला कि यह भाभी की चचेरी बहन है। वो लड़की बहुत बहुत सेक्सी थी, गुलाबी लब, गोरा रंग, टाइट गोल गोल बूब्स… उस लड़की ने जो सूट पहन रखा था उसके गले से उसके बूब्स वाली लाइन बाहर साफ़ दिखाई देती थी, मेरी तो नज़रें ही रुक गई थी।

अपने आप को संभालते हुए मैं भाभी और भय्या से बात करने लगा तो भाभी ने उस लड़की के साथ मेरी पहचान करवाई उसका नाम संगीता था।

मैं काफी टाइम वहीं पर बैठा उनसे बात करता रहा, संगीता अब मेरे से काफी खुल कर बात करने लगी थी, वो एग्जाम देकर आई थी।

उसे एक माह की छुट्टियाँ थी सो वो 10 दिन के लिए यहाँ पर आई थी।
मैं संगीता को अपने घर आने का कह कर घर चला गया।

उस रात मैं तो सो ही नहीं पाया और संगीता के बूब्स देख चुका था यारो, तो उस रात मैंने संगीता के नाम की 2 बार मुठ मारी थी।

अगले दिन छुट्टी थी तो मैं कॉलेज नहीं गया और सुबह होते ही पहुँच गया भाभी के घर… 8:30 का टाइम था, भय्या अभी सोये हुये थे और भाभी पूजा कर रही थी।

मेरी नज़र संगीता को ढूंढ रही थी, मैं भाभी के पास बैठा ही बात कर रहा था।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि संगीता ऊपर वाले रूम से आ रही थी।
दोस्तो, अभी वो सो कर आई ही थी, उसने नाइट सूट पहन रखा था, पतली सी शर्ट सफ़ेद रंग की पहन रखी थी, शर्ट के नीचे उसने ब्रा नहीं पहनी थी, शर्ट पतली होने की वजह से उसके दोनों बूब्स के निप्पल बाहर साफ़ दिखाई दे रहे थे।

अब तो वो और ज़्यादा सेक्सी लग रही थी, मन कर रहा था इसकी शर्ट मैं अपना मुँह घुसा कर इसके मम्मों को खूब चूसूँ और सारा दुग्ध पी जाऊँ…
मेरा लंड भी हरकत में आ गया था, लोहे की तरह अकड़ गया था, गर्म भी हो गया था।
मैंने लंड पर हाथ रखा हुआ था, कहीं सभी को मालूम ना चल जाए इस लिये।

अब ना तो मैं खड़ा होने की हालत में था, ना बैठ सकने की… मैंने ट्राउज़र और लोंग शर्ट पहनी थी, मैंने शर्ट बाहर निकाल ली जो पहले अंदर थी।

संगीता ने जैसे ही मुझे देखा उसके मुख पर भी स्माइल आ गई, बोली- गुड मॉर्निंग विशाल!
मैंने भी जवाब दे दिया।
वो मुँह धोने और फ्रेश होने के लिए बाथरूम गई और थोड़ी देर में आई, काफ़ी गीली हो गई थी, कुछ पानी उसके शर्ट के ऊपर बूब्स वाली जगह पर भी पड़ गया था, उसके बूब्स वहाँ से साफ नज़र आ रहे थे।
पहले तो मेरी नज़र वहाँ पर गई, बाद में ऊपर देखा तो वो तो मेरी तरफ़ ही देख रही बोली- क्या हुआ विशाल?
मैं बोला कुछ नहीं… वो मेरे पास आ गई।

भाभी नहाने के लिए चली गई और वो मेरे पास बैठ गई, काफी देर इधर उधर की बात करते रहे, बाद में बात कॉलेज की चल पड़ी। उसने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे मैं पूछा तो मैंने मना किया कि कोई नहीं है।
जब उससे पूछा तो उसने भी मना किया और बोली- अभी मिला नहीं!काफी देर इसी टॉपिक पर बात चली।
मैं घर चला गया, उसने मुझे कहा कि वो घर पर बोर हो जाएगी तो वो नहा कर मेरे घर आयेगी।
मम्मी को आज गाँव जाना था तो वो चली गई और पापा ऑफ़िस चले गये थे।
मैं अक्सर ही, जब घर कोई नहीं होता था, मैं सेक्सी मूवी लगा कर मूठ मारता था। मैंने वैसे ही किया, सीडी लगाई और देखने लगा। मुठ मार कर मैंने जल्दी मैं सीडी बंद नहीं की लेकिन टीवी को रिमोट से ही बंद किया और नहाने के लिए बाथरूम में आ गया।

कुछ देर ही हुई थी, बाहर से किसी ने बेल मार दी, बाहर देखा तो देखता रह गया, मेरे सामने संगीता खड़ी थी, मैं उसे अंदर ले आया। और फिर उसे ड्रॉईंग रूम मैं बैठा कर मैं नहाने के लिए बाथरूम में चला गया।
उसने मेरे जाने के बाद टीवी ऑन किया, सीडी ऑटोमॅटिक चल पड़ी, वो तो बस देखती रह गई, मैं तो बाथरूम में ही था।
वो चोरी चोरी सीडी देख रही थी, मेरे आने की आहट पर उसने टीवी बंद कर दिया, उसने मुझे एहसास ही नहीं होने दिया कि उसने कुछ देखा है।
काफी देर बात करते रहे, मुझे लगा कि वो बोर हो रही तो मैंने टीवी लगाने का प्रोग्राम बनाया। मैंने पहले सीडी बंद की और केबल चलाने लगा।

उसे मेरी तरह इंग्लिश मूवी पसंद थी, स्टार मूवीस पर कोई इंग्लिश मूवी आ रही थी।
थोड़ी देर बाद उसमे सेक्सी सीन आ गया, मुझे देखते देखते शर्म सी आ रही थी वो भी मुंह में ही मंद मंद मैं हंस रही थी।
मैंने उसकी तरफ और उसने मेरी तरफ़ देखा… और आँखें चार हो गई।
वो ज़ोर से हंस पड़ी… मैं भी!
हम सोफा पर बैठे थे, वो ज़ोर ज़ोर से हंस पड़ी, बोली- तुम बहुत गंदे हो विशाल!
और फिर हंस पड़ी।
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा था।
वो ज़ोर से बार बार कहने लग गई- तुम बहुत गंदे हो, गंदे हो!
और हंस रही थी।
मैंने पूछा- वो कैसे?
वो बोली- नहीं बताऊँगी।
मैंने उसे कहा- बताओ?
वो बोली- नहीं बताऊँगी…
मैंने जब उसका हाथ पकड़ा और बोला- बताओ क्या बात है?
वो हंस पड़ी और बोली- सभी को बताऊँगी…
मेरे ज़ोर डालने पर उसने बोल दिया- तुम चोरी चोरी ब्लू फिल्म देखते हो सीडी पर!
यह सुन कर मेरे तो एक बार तोते उड़ गये, मैं हैरान था कि इसे कैसे मालूम!
मैंने जब पूछा तो थोड़ी देर बाद उसने मुझे बता दिया- मैंने तेरे जाने के बाद टीवी ऑन कर लिया था।
मेरे तो माथे पर पसीना आ गया था।
वो बोली- तुम डर क्यों गये? मैं किसी को नहीं बताऊँगी..
हम फिर सोफा पर बैठ गये लेकिन अब पास पास बैठे थे, वो थी कि थोड़ी देर बाद हंसने लगती।
आख़िर उसने कहा- चलो, हम दोनों देखते हैं, मुझे भी देखनी है, मेरी सब फ्रेंड्स ने देख रखी है लेकिन मैं देख नहीं पाई… मुझे भी दिखा दो…
मैंने सीडी ऑन कर ली, जब मूवी मैं सेक्सी सीन आये तो उसे भी सेक्स चढ़ने लगा और मुझे भी… मैं उसके साथ लग गया, धीरे से मैंने अपना हाथ उसके कंधे पर रख दिया और फिर मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रख दिया।

उसने मेरी तरफ़ देखा और फिर मूवी देखने लगी, मैं लगातार उसके बूब्स दबा रहा था, मैं दूसरा हाथ उसके दूसरे बूब्स पर मसलने लगा।
वो भी मस्त हो रही थी।
मैंने धीरे से उसके गालों पर किस किया और फिर अपने होंठ उसके गर्म गर्म पिंक पिंक लिप्स पर रख दिए।
वो भी काफ़ी सेक्सी हो चुकी थी।


उसने भी चुम्बन में मेरा साथ दिया और हम चूमा चाटी करते गये, उसने मुझे और मैंने उसे खूब चूसा, मेरे लिप्स पर उसने दांतों से काट भी दिया था।
मैं नीचे से उसके बूब्स को मालिश कर रहा था।
मैंने फिर उसका टाइट कमीज ऊपर से उतार दिया, उसके गोरे गोरे सेक्सी सेक्सी बूब्स ब्रा के अंदर से ऐसे लग रहे कि कह रहे हों- जल्दी हमें आज़ाद करवा और हमें खूब चूस!
मैंने वैसा ही किया, मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी, उसके बूब्स पर मैं टूट पड़ा, खूब चूस रहा था और वो खूब सेक्सी हो रही थी।
मैंने अपने हाथ से उसकी उसकी पटियाला सलवार को खोल दिया और उतार दिया और अपना हाथ सीधा उसकी चूत पर रख दिया।
संगीता ने चूत पर शेव कर रखी थी उसकी लाल लाल सी चूत पर मैंने पहले एक उंगली घुसा दी, संगीता ने आ…हहह की आवाज़ निकाली, फिर उंगली को कभी अंदर और बाहर निकालने लगा।
वो सेक्स के मारे पागल हो रही थी, लगातार सेक्सी सेक्सी आहें भर रही थी- उम्म्म्म अहह…
मैंने जब उसके चुचूक (निपल्स) और बूब्स खूब चूस लिये तो अब मैंने अपना लंड उसके मुख में डाल दिया। उसने भी चूसना शुरू किया।
चूसते चूसते वो मेरी तरफ़ देख रही थी और उसकी आखों की चमक काफ़ी बढ़ चुकी थी, उसकी आँखों से पता चल रहा था कि वो काफ़ी खुश थी क्योंकि उसे 7.5 इंच के लंड का स्वाद मिल रहा था।
मुझे उसकी हरकतों से पता लग गया था कि उसने पहले भी अपनी चूत किसी से चुदवा रखी थी, वो तो लोलीपोप की तरह मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर चूसे पर चूसा लगा रही थी… ‘उम्म्म्मम हा…हा… कर रही थी, वो तो अपने आप ही मेरे लंड को अपने मुहं के अंदर पूरा उतार देना चाहती थी।
मुझे काफ़ी मजा आ रहा था, इतना सेक्स मजा आ रहा था कि आनन्द के मारे आँखें बंद हो रही थी और मेरी आआअहह निकल रही थी।
मैंने लंड उसके मुँह से निकाल लिया और उसे सोफे पर मैं नीचे फर्श पर घुटनों के बल बैठ कर उसकी चूत को चूसना शुरू किया।
अपनी जीभ मैं उसकी चूत के अंदर डाल डाल कर खूब चूस रहा था। उसने अपने हाथ मेरे कंधों पर रखे हुये थे, उसे भी काफी मजा आ रहा था, उसका पानी मेरे मुँह में आ रहा था, काफ़ी गीली गीली हो गई थी उसकी चूत।
दोस्तो, मैंने इतनी लाल लाल चूत पहली बार देखी, एक उसके बूब्स के निप्पल भी लाल थे और दूध वाली बोतल की तरह उसके निप्पल बाहर निकले हुए थे।
उसकी चूत को भी मैंने खूब चूसा उसका दाना गर्म हो गया था।
मैंने उसे सोफे पर बेठा कर उसकी टाँगों को अपने कंधे पर रखा और अपने तने हुए लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा।
वो तो इतनी जल्दी कर रही थी कि ‘जल्दी जल्दी घुसा दो…’ कह रही थी।
‘अहह विशाल… तड़पा मत, जल्दी जल्दी जल्दी करो…’ और साथ में नाटक कर रही थी, कह रही थी कि ‘दर्द तो नहीं होगा ना?’
मैं भी हंसी से कह देता- नहीं होगा।
मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसाना शुरू किया, एक बार उसने ज़ोर से चीख मारी और अपना हाथ उसने अपने मुँह पर रख लिया। मैंने जब दो तीन धक्के मारे तो वो भी तब तक सेट हो गई, मैं जब धक्का ज़ोर से मारता तो वो दर्द महसूस करती।
मैंने थोड़ी देर धीरे किया, बाद मैं जब उसे मजा आने लगा तो मैं भी और तेज होने लगा था, वो भी अब मेरा साथ देने लगी थी और मेरी नज़रों से नज़र मिला के हंस पड़ती और बोल रही थी- विशाल, रुकना मत… करते रहो, खूब प्यार करो, मुझे तेरा प्यार चाहिए।
मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया, मेरे धक्के बिना रुके ज़ोर ज़ोर से जारी थे।
अब मैं सोफे पर बेठ गया वो मेरे ऊपर आ गई। लंड के ऊपर बैठी वो अपने आप को खूब ज़ोर ज़ोर से चुदवा रही थी।
उस टाइम उसके चूतड़ों की हरकत देखने वाली थी, उसके गोरे गोरे चूतड़ बहुत कातिल थे, घायल कर देने वाले थे।
काफी टाइम लगा कर रब ने उसके चूतड़ तैयार किए होंगे, ऐसा लग रहा था।
वो खूब ज़ोर कभी ऊपर और कभी नीचे होकर धक्के मरवा रही थी।
जब वो थक गई तो मैं उसे सोफे पर ही कुतिया की तरह नीचे लेकर पीछे से लग गया धक्के मारने… जब धक्का लगता तो उसके चूतड़ों से आवाज़ पैदा हो रही थी ‘थप थप थप…’
मैंने पहले तो उसके चूतड़ों पर हाथ रख कर पीछे से खूब मारा, फिर मैंने पीछे से संगीता को झप्पी डाल ली और उसके बूब्स को मसलने लगा और कभी उसकी पीठ पर चुम्मी करता, एक बार तो मैंने उसके बाल ही पकड़ लिए थे।
बहुत मजे दे दे कर वो चूत दे रही थी… ऐसा लग रहा जैसे काफी सालों की भूखी हो।
अब मेरा छुटने वाला था, मैंने निकालने को कहा तो वो बोली- निकालना मत विशाल… ऐसे ही करते रहो!
मैंने बोला- अब छूट जाएगा।
लेकिन वो नहीं मानी, आख़िर मैंने उसकी चूत में ही ज़ोर ज़ोर से 8-10 धक्के ऐसे मारे कि चूत के अंदर ही मैंने सारा माल छोड़ दिया। लेकिन मैंने आखिर में अपना लंड निकाल लिया और अपना गीला लंड उसके मुँहं से साफ़ किया।
वो लंड से हटी तो मेरे जिस्म से खेलने लगी, चूमा चाटी कर रही थी।

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Story Source: World Wide Web


Tuesday 9 June 2015

Hindi sex story:meri pehli chudai.. With pics.

sex-o-tips: Hindi sex story:meri pehli chudai.. With pics.: Ye kahani tb ki hain jb main yahi Suman 22 saal ki thi.Main us time college main pdhti thi aur muje kafi ldke propose kr chuke they.Lekin m...

Ye kahani tb ki hain jb main yahi Suman 22 saal ki thi.Main us time
college main pdhti thi aur muje kafi ldke propose kr chuke they.Lekin
muje in chezo main interest nhi tha.Meri breast ka size 32 tha..aur
kamar ka 28.Meri gaand bohot hi sexy thi aur 32 inch thi.Ladko ke lund
muje dekh kr hi khade ho jate they.







Meri best friend thi Babita,jo ki mere sth hi rehti thi kyuki vo dusre
city se padhne aai thi.Babita mujhe aksar blue film aur nangi tasveere
dikhaya krti thi.Pehle muje acha nhi lgta tha pr dhere dhere mujhe bi
mann krne lga aur main bi kafi therki ban ne lg gyi.Babita aksar muje
chudai aur fingering ki videos dikhati thi.Aur mere samne khud ki
fingering krti thi.Muje kafi shrm aati thi pr bad bad main aadat pdh
gyi.Hum dono ek dusre ko kiss aur romance krne lg gye they.Main bohot
therki ban gyi thi.Aur muje bi lund ki pyas lgne lgi.

Babita bohot bar chud chuki thi aur usko kafi experience ho gya tha
chudwane ka.Vo kafi jagah apni choot marwa chuki thi aur usko pasand bi
tha.Ek bar hum dono ka ek common friend(Vijay) mere ghar aya project
banane ki vjh se.Vo kafi healthy tha.Hum dono ko bohot therek chadi hui
thi lekin hum use nhi dikhana chahte they.Humne thodi der kam kiya aur
uske bad use bola ki tum kam kro hum kuch khane ke lye bana lete
hain.Hum dono kitchen main chale gyi aur vahan ek dusre ko chatne lg
gyi.Hum khud ko rok nhi pa rhe they.Aur ek dusre ke mome aur choot
chatne lg gye.

Hum dono ko time ka pta hi nhi chala aur therkipan main ek dusri ki
fingering krne lg gye.Aur tbi vo hua jis se hum dono thande padh gye.Hum
samne Vijay ko khada dekha jo ki apna loda ragad ra tha.Hum dono hairan
reh gye.Vijay ne ekdm bola "sali behen-ki-lodiyo",main vahan project
main gand marwa ra hun aur tum dono ek dusre ki choot mar rhi ho.Main
chup rhi,lekin Babita ekdm se uske pass gyi aur usko chumne lg gyi.Uska
loda pakad kr hilane lg gyi.Tbi un dono ne muje dekha aur Babita ne bola
ki dekh kya ri hain ,aja.



 Muje smjh ni ara tha ki main kya kru.Meri aankhon ke samne blue film ke
nazare aane lg gye.Main kampne lg gyi.Aur dekhte hi dekhte Babita
chudwane lg gyi.Muje bohot sharam mehsus hor rhi thi.Lekin therek itni thi ki main bi unke pass chale gyi.





Babita ne ekdm mera hath khencha aur Vijay ne apna mota loda mere muh pr
rkh diya.Muje bohot gnda lg rha tha.Aur mane use hata diya.Lekin vo tho
jungli janwar ki tarah meri upper toot gya aur chumne lg gya.Pehli bar
kisi ldke ne mujhe chuma tha.Mera pura shareef thanda padh gya aur main
jese behosh si hone lg gyi.Babita ne uska loda meri choot pr lga diya
aur mujhe ajtk uska garam loda yaad hain.Dekhte hi dekhte Vijay ne meri
geeli choot main apna loda daal diya aur main chila padi dard ke
mare.Aaaaahhhhhhhhhhhhh bohot dard ho rha hai.aaaaaaaa......



Babita teri ma ki choot ye tune kya krwa diya.aaaaaa.. Mujse toh dard
sehen hi nhi ho rhi thi.Pr dhere dhere drd km hone lgi.Vijay ne jhatke
marne shuru kr diye aur meri drd frse badh gyi.Pr is dard ka maza kuch
alag hi tha.. Mane usko tigh pakad lya aur usne mujhe kutiya ki tarah
chodna shuru kr diya.Usne 4 minute ke andr mujhe do bar jhadwa diya.



Muje maza aa rha tha pr drd bi thi.Main chilla rhi thi.Teesri bar jhadne
ke baad mane Vijay ko dhaka mar diya.Lekin us gandu Vijay aur Kutiya
Babita ne mujhe baalon se pakad kr lund pr bitha diya.Muje esa lga jese
koi chez mere stomach tk chale gyi hai.Main drd se chilla uthi.Mujhe
pehli bar toh hila hi ni gya.Babita Vijay ke face per beth gyi aur apni
choot chatwane lg gyi.Vo hum dono ko ache se chod rha tha.Mane hlka hlka
hilna shuru kiya aur fr tez ho gyi,jese ghode per bethi hun.Babita mere
mome chosne lg gyi aur pure ghar main bs aaahhh.. uhh..ummm.. ki aawaze
aati rhi.  
 Tbhi Vijay ne zor zor ke jhatke marne shuru kr diye aur ekdm jungli ban
gya.aaaaaahhhhhhh ahhhhhhhhhhh ahhhhhhhhhhhhhh ..Humne lg gya ki ye bi
jhadne vala hai.Babita uske uper se uth gyi aur mujhe vo chodta tha.Fr
ek zor ka jhatkna mara .aaaaaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhhhhh aur usne apna
lund nikal kr sara maal meri gaand pr nikal diya.Is tarah meri pehli
chudai hui.